इस आपातकाल ने इतना तोड़ा आज तक खड़ा न हो सका

VISHWA GURU
सीधे मुख्य सामग्री पर जाएंचार दिन की लड़ाई के बाद रहस्य जानकर उड़ जाएंगे दुनिया के होश
-ललित मिश्र-
नोएडा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जो खुलासे हुए, वो केवल पाकिस्तान की हार की कहानी नहीं थे, ये अमेरिका की छुपी रणनीति और चीन की मिलीभगत की भी परतें उधेड़ गए। दरअसल, अब यह साफ हो चुका है कि पाकिस्तान के पास अपना कोई परमाणु हथियार था ही नहीं। परमाणु शक्ति पाकिस्तान दशकों से दिखा रहा था, वो दरअसल अमेरिका की गोपनीय तिजोरी थी, जिसे 1998 में पाकिस्तान में छुपाया गया था। अमेरिका को ये जगह इसलिए मुफीद लगी क्योंकि अगर कभी कोई हमला हो, तो नुकसान एशिया को हो, अमेरिका को नहीं। इस पूरे मामले का खुलासा पीएम नरेन्द्र मोदी फैन के एक्स हैण्डल के द्वारा किया गया है।
हमारी मारक क्षमता परमाणु ठिकानों तक पहुंची
भारत जब 1998 में परमाणु परीक्षण कर रहा था और अमेरिका धमकियाँ दे रहा था, तभी अमेरिका ने पाकिस्तान को परीक्षण करवाकर दुनिया को भ्रमित किया कि अब पाकिस्तान भी परमाणु शक्ति है। नहीं, पाकिस्तान की इस नकली परमाणु छवि से भारत को डराने का खेल शुरू हुआ, जिसमें देश के अंदर बैठे अमेरिकी भक्त भी पाकिस्तान की ताकत का डर दिखाते रहे। लेकिन युग बदला, और सत्ता पहुँची उस नेता के हाथ में जो डरता नहीं, जवाब देता है। मोदी सरकार ने पहले भारत को आत्मनिर्भर बनाया, अमेरिका को मित्रता में बाँधा और पाकिस्तान को धैर्य से देखा। लेकिन जब पहलगाम में हिन्दुओं का रक्त बहाया गया, तो मोदी सरकार ने वही किया जिसका किसी ने अनुमान भी नहीं लगाया था, सीधा आक्रमण कर दिया। भारतीय सेना ने मिसाइलों से पाकिस्तान की नींव हिला दी, और जब हमारी मारक क्षमता उन परमाणु ठिकानों तक पहुंची जो अब तक ‘अदृश्य’ माने जा रहे थे, तब अमेरिका की नींद टूटी, उसे डर सता गया कि अगर भारत ने हमला जारी रखा, तो उसके खुद के हथियार खाक हो जाएंगे, और वो कभी दुनिया के सामने अपना चेहरा नहीं दिखा पाएगा। अब अमेरिका न बोल सकता था, न रोक सकता था। वो चुपचाप भारत को दोस्ती का वास्ता देने लगा।
पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने नंगा कर दिया
मोदी जी ने वक्त की नजाकत समझी, चार दिन में दुश्मन को धूल चटाई, और शर्तों के साथ युद्ध विराम किया। पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने नंगा कर दिया और अमेरिका को चुपचाप अपना जखीरा समेटने पर मजबूर कर दिया। आज अमेरिका पाकिस्तान से परमाणु हथियार हटाने की कवायद में लगा है। मोदी जी ने ट्रंप को खुद उसका काम याद दिला दिया है। अब अमेरिका झुका हुआ है, चीन चुप है, और पाकिस्तान हिल चुका है।
जब नेतृत्व मजबूत हो, तो दुनिया झुकती है
सूत्रों की मानें तो अमेरिका पाकिस्तान से अपने परमाणु हथियार उठाने जा रहा है, और अपनी साख बचाने के लिए इसे नाम देगा पाकिस्तान का परमाणु सरेंडर, अरे अमेरिकियों! अब सबको पता है कि पाकिस्तान के पास न्युक्लियर पॉवर था ही नहीं, तो सरेंडर क्या करेगा? अमेरिका का है उठा ले जाओ। खैर चार दिन की इस लड़ाई ने भारत को नया दर्जा दिया है। अब भारत सिर्फ एक देश नहीं, परिणाम देने वाली विश्व शक्ति है। और इस कहानी में सबसे बड़ी सीख यह है कि जब नेतृत्व मजबूत हो, तो दुनिया झुकती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
THANKS FOR FEEDBACK