भारत ने पकिस्तान सेमत चीन, टर्की और अमेरिका की तकनीक को धूल चटाई

VISHWA GURU
सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं-ललित मिश्र-
नोएडा। जन्म से नेत्रहीन महान विद्वान संत शिरोमणि जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने बहुत बड़ा खुलासा करते हुए वर्षों से हनुमान चालीसा का गलत पाठ कर रहे श्रद्धालुओं की आंखें खोल कर रख दी है। उन्होंने अशुद्ध चार चौपाइयों का वर्णन करते हुए उनको शुद्ध करने के लिए तमाम श्रद्धालुओं से आग्रह किया है।
स्वामी जी ने बताया कि अधिकांश लोग हनुमान चालीसा की छठी लाइन में शंकर सुवन केसरी नंदन बढ़ते चले आ रहे हैं जबकि सही लाइन शंकर स्वयं केसरी नंदन है। 27वीं चौपाई पर बोलते हुए उन्होंने कहा सब पर राम तपस्वी राजा, यह लाइन भी अशुद्ध छपी है। सही लाइन का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सब पर राम राय सिर ताजा पढ़ना चाहिए। 32वीं चौपाई का उल्लेख करते हुए महाराजश्री ने बताया कि राम रसायन तुम्हारे पासा सदा रहो रघुपति के दासा, इस लाइन का भी उच्चारण गलत तरह से किया जा रहा है, उन्होंने शुद्ध करते हुए बताया कि राम रसायन तुम्हारे पासा सादर हो रघुपति के दासा पढ़ना चाहिए। 38वीं चौपाई को शुद्ध करते हुए उन्होंने बताया कि अधिकांश लोग जो सत बार पाठ कर कोई छूटहिं बंदि महासुख होई पढ़ते चले आ रहे हैं, जबकि यह सत पाठ कर जोई छूटहिं बंदि महासुख होई पढ़ा जाना चाहिए।
तमाम छपी हनुमान चालीसा में यह गलतियां वर्षों से चली आ रही है। जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने इन विसंगतियों को दूर करने की अपील करते हुए हनुमान चालीसा को शुद्ध करने का आग्रह किया है। उनका यह भी कहना कि नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोग से छुटकारा मिल जाता है और भाव पूर्ण पाठ करने से खुशहाली भी आती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
THANKS FOR FEEDBACK