Featured Post

घर में घुसकर आतंकियों को मारना चाहिएः राजेंद्र पंडित

चित्र
-ललित मिश्र- नोएडा। आतंकवाद के खिलाफ आतंकवादी विरोधी मोर्चा के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी राजेंद्र पंडित और संयोजक गुलशन शर्मा के नेतृत्व में नोएडा स्थित कार्यालय के पास आतंकी देश पाकिस्तान का पुतला फूंका और इस दानव देश के खिलाफ भारत सरकार से हमले के विरोध में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रभारी राजेंद्र पंडित ने कहा की धारा 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर क्षेत्र में शांति आई है और यह धीरे-धीरे विकास कार्यों से आगे बढ़ रहा है। लगातार इस प्रदेश में पर्यटक बढ़ रहे हैं यह तरक्की पाकिस्तान में बैठे आतंक के सरगनाओ को अच्छी नहीं लग रही है। वहीं से देश के दुश्मनों ने यह चाल चली और निर्दोष दो दर्जन से अधिक पर्यटकों की निर्मम हत्या की गई है। उत्तर प्रदेश संयोजक गुलशन शर्मा ने कहा भारत सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब शीघ्र देना चाहिए और उसके घर में घुसकर आतंकियों को मारना चाहिए देश ने पाकिस्तान को पहले भी जवाब दिया है। आतंकवादी विरोधी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उसका पुतला जलाया इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे एड़ ध्रुव शर्मा, हिमांशु शर्मा, आशीष शर्...

आईएमएस लॉ कॉलेज में प्रभावी शोध विषय पर हुआ व्याख्यान

आईएमएस लॉ कॉलेज में प्रभावी शोध विषय पर हुआ व्याख्यान

-ललित मिश्र-

नोएडा। आईएमएस लॉ कॉलेज में प्रभावी शोध योगदान हेतु स्कोपस और वेब ऑफ साइंस की रणनीतियां पर व्याख्यान का आयोजन हुआ। इस सत्र का उद्देश्य संकाय सदस्यों और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्यों के लिए प्रोत्साहित करना और प्रभावी शोध प्रकाशन की रणनीतियों को समझाना था। कार्यक्रम के दौरान बतौर वक्ता आईएमएस के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विकास धवन, डीन डॉ. नीलम सक्सेना एवं सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. नितीश उपाध्याय ने अपने विचार व्यक्त किए।

आईएमएस लॉ कॉलेज में प्रभावी शोध विषय पर हुआ व्याख्यान

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रोफेसर (डॉ.) विकास धवन ने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्य के लिए अनुसंधान की गहराई और नवीनता अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक प्रभावी शोध न केवल ज्ञानवर्धन करता है, बल्कि समाज और उद्योग के लिए भी उपयोगी सिद्ध होता है। अतः हर शोधकर्ता को गुणवत्ता, नवीनता और नैतिकता को प्राथमिकता देते हुए अपने शोध कार्य को विश्व स्तर तक पहुँचाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने संकाय सदस्यों और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त शोध पत्रिकाओं में प्रकाशन के महत्व के बारे में बताया। वहीं संस्थान की डीन डॉ. नीलम सक्सेना ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शोध कार्य के लिए सही जर्नल का चयन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने शोध प्रकाशन प्रक्रिया को विस्तार से समझाते हुए बताया कि शोधकर्ताओं को अपनी विषयवस्तु के अनुरूप उच्च प्रभाव फैक्टर वाली पत्रिकाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुप्रीम कोर्ट ने आधार कार्ड की धार को कर दिया खत्म

नाइंसाफी से खफा डॉक्टर महेश शर्मा आज मिलेंगे कृष्ण शर्मा के परिवार से

मुख्यमंत्री के प्रयासों को मिट्टी में मिला देंगी सीएमएस रेनू अग्रवाल